Gonda train hadsa: उत्तर प्रदेश के गोंडा में डिब्रूगढ़ एक्सप्रेस के कई डिब्बे पटरी से उतर गए। इस हादसे में 4 लोगों की मौत हो गई और 27 लोग घायल हो गए। राहत कार्य तेजी से चल रहा है। हादसे के वक्त ट्रेन की स्पीड कम थी, जिसकी वजह से बड़ा हादसा टल गया।
लोको पायलट और कंट्रोल रूम की बातचीत
हादसे के बाद लोको पायलट और कंट्रोल रूम के बीच की बातचीत का एक ऑडियो सामने आया है। 40 सेकंड की बातचीत में लोको पायलट जोर-जोर से रो रहा था और कंट्रोल रूम में बैठे अधिकारी ने उसे शांत करने की कोशिश की। कंट्रोल रूम ने कहा, “हमलोग आ रहे हैं, आप परेशान मत होइए।”
गोंडा हादसे पर लखनऊ DRM का बयान
पूर्वोत्तर रेलवे लखनऊ मंडल के डीआरएम आदित्य कुमार ने बताया कि हादसे के बाद डिब्रूगढ़-चंडीगढ़ एक्सप्रेस के कुछ कोच डिरेल होकर पानी में चले गए। रेल कर्मचारी ट्रैक को क्लियर करने में लगे हुए हैं और रेस्क्यू टीम ने बोगियों में फंसे लोगों को सुरक्षित बाहर निकाल लिया।
ट्रेन ड्राइवर की प्रतिक्रिया
हादसे के बाद लोको पायलट ने कंट्रोल रूम में कॉल करके रोते हुए कहा कि इंजन के बाद के डिब्बे बुरी तरह से पटरी से उतर गए हैं। कंट्रोल रूम के अधिकारी योगेश शर्मा ने उसे शांत करते हुए कहा कि हमलोग तत्काल आपके पास पहुंच रहे हैं।
हादसे की जांच
रेलवे सूत्रों के अनुसार, लोको पायलट ने किसी तेज धमाके की आवाज सुनी थी और तुरंत इमरजेंसी ब्रेक लगा दिए, जिससे कुछ डिब्बे पटरी से उतर गए। रेलवे को शक है कि यह कोई साधारण हादसा नहीं बल्कि बड़ी साजिश हो सकती है। धमाके के कारण और उसकी जांच जारी है।
मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ का बयान
मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने हादसे का संज्ञान लेते हुए जिला प्रशासन के अधिकारियों को राहत कार्य में तेजी लाने के निर्देश दिए।
जिलाधिकारी का बयान
जिलाधिकारी डॉ. नेहा शर्मा ने बताया कि दुर्घटना में ट्रेन के आठ डिब्बे पटरी से उतर गए और अब तक चार लोगों की मौत की सूचना है। राहत और बचाव कार्य जारी है। सभी मृतकों और घायलों को बाहर निकाला जा चुका है। घायलों को अस्पतालों में भर्ती कराया जा रहा है।
LHB कोच: क्या होते हैं?
LHB कोच, जिन्हें लिंके-हॉफमैन बुश कोच भी कहा जाता है, जर्मनी के लिंके-हॉफमैन बुश द्वारा विकसित किए गए पैसेंजर कोच होते हैं। भारतीय रेलवे ने पहली बार इन कोच का उपयोग 2000 में किया था। अब इनका उत्पादन पंजाब के कपूरथला, यूपी के रायबरेली और चेन्नई में किया जाता है। पहले ये कोच जर्मनी से आयात किए जाते थे।
हेल्पलाइन नंबर जारी
हादसे के संदर्भ में राहत आयुक्त जी.एस. नवीन कुमार ने बताया कि करीब 40 सदस्यीय मेडिकल टीम और 15 एम्बुलेंस मौके पर मौजूद हैं। हेल्पलाइन नंबर 89574-00965 और 89574-09292 जारी किए गए हैं।